यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 मार्च से, हाई स्कूल इंटर का टाइम टेबल जारी

यूपी बोर्ड शेड्यूल 2022: उत्तर प्रदेश में 7 मार्च सोमवार को नेताओं की परीक्षा खत्म होते ही अब बच्चों की परीक्षा शुरू करने की घोषणा की गई है. इसमें यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटर का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। पहला पेपर 24 मार्च को होगा।

यूपी बोर्ड परीक्षा टाइम टेबल 2022 को लेकर छात्र के मन में काफी भ्रम था। जिसे अब उत्तर प्रदेश सरकार ने समाप्त कर दिया है, हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा का समय जारी कर दिया गया है। जिसमें यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा 24 मार्च से शुरू होकर 11 अप्रैल को खत्म होगी. अब इंटरमीडिएट का शेड्यूल 24 मार्च से शुरू होकर 20 अप्रैल तक चलेगा. इसमें सभी विषयों को शामिल किया गया है। इस बार आपको परीक्षा केंद्र पर जाकर देना है। जबकि कोरोना के दौरान परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं.

High School Board Exam Time Table High School Time Table

Date Day Subject
24 मार्च गुरुवार हिन्दी
26 मार्च शनिवार गृह विज्ञान
28 मार्च सोमवार चित्रकला / आर्ट
30 मार्च बुधवार कंप्यूटर
01 अप्रैल शुक्रवार इंगलिश / अँग्रेजी
04 अप्रैल सोमवार सामाजिक विज्ञान / सोशल साइंस
06 अप्रैल बुधवार विज्ञान / साइंस
08 अप्रैल शुक्रवार संस्कृत
11 अप्रैल सोमवार गणित / मैथ

Intermediate Exam Time Table Inter Exam Schedule

Date Day Subject24 मार्च गुरुवार हिन्दी / सामान्य हिन्दी
26 मार्च शनिवार भूगोल / गिओग्राफी
28 मार्च सोमवार गृह विज्ञान / होम साइंस
30 मार्च बुधवार चित्रकला / आर्
01 अप्रैल शुक्रवार अर्थशास्त्र / इकोनोमिक्स
04 अप्रैल सोमवार कंप्यूटर
06 अप्रैल बुधवार इंग्लिश / अँग्रेजी
08 अप्रैल शुक्रवार रसायन विज्ञान / केमिष्ट्री / इतिहास / हिस्ट्री
11 अप्रैल सोमवार शिक्षा शाष्ट्र / एजुकेशन
13 अप्रैल बुधवार गणित / मैथ/ जीव विज्ञान/ बायो
15 अप्रैल शुक्रवार भौतिक विज्ञान / फिजिक्स
18 अप्रैल सोमवार समाजशाष्ट्र / सोशियोलाजी
19 अप्रैल मंगलवार संस्कृत
20 अप्रैल बुधवार नागरिक शष्ट्र / सिविक्स

Exams were canceled in Corona

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश कोरोना के दौरान बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी। जिससे बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा। हालांकि सरकार ने उनका साल बचाते हुए उनका प्रमोशन कर दिया था। जिससे काफी फायदा हुआ है। लेकिन इसके कारण उनकी शिक्षा के स्तर में भारी गिरावट आई है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में 70 फीसदी से ज्यादा बच्चे ग्रामीण इलाकों से आते हैं. उनके पास पढ़ने के ज्यादा साधन नहीं हैं। हर साल लाखों बच्चे बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं।