MP Board 2022: 10वी, 12वी परीक्षा में 4.75 लाख बच्चे फेल, फेल हुए छात्र, फटाफट करें ये काम

MP Board 2022 : 10वी, 12वी परीक्षा में 4.75 लाख बच्चे फेल, फेल हुए छात्र, फटाफट करें ये काम

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एमपी बोर्ड) के 10वीं और 12वीं बोर्ड में छोटे शहरों की बेटियों ने टॉप किया है. स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने सिंगल क्लिक पर रिजल्ट जारी किया. करीब 18 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी। 10वीं में 59.54 फीसदी पास हुए हैं. 12वीं कक्षा के 72 फीसदी छात्र पास हुए हैं। 10वीं के 3.50 लाख और 12वीं के 1.20 लाख बच्चे फेल हुए हैं. सभी 11 टॉपर छोटे शहरों की बेटियां हैं। दसवीं में छतरपुर की नैंसी दुबे और सतना की सुचिता पांडे ने संयुक्त रूप से टॉप किया है। दोनों ने 496 अंक (99.2%) हासिल किए हैं। 12वीं के अलग-अलग विषयों में 9 टॉपर भी लड़कियां हैं।

सागर की इशिता दुबे 480 नंबर के साथ 12वीं आर्ट्स ग्रुप में टॉपर हैं।

साइंस मैथ्स ग्रुप में श्योपुर की प्रगति मित्तल (494 अंक) और कॉमर्स ग्रुप में मुरैना की खुशबू शिवहरे (480 अंक) ने टॉप किया है। शाजापुर की दिव्या पटेल (491 अंक) ने बायोलॉजी ग्रुप में टॉप किया है। 12वीं की मेरिट लिस्ट में कुल 153 छात्र हैं। इनमें 93 छात्राएं और 60 लड़के हैं। 10वीं की परीक्षा 18 फरवरी से 10 मार्च तक हुई थी। इसमें 10 लाख 29 हजार 698 छात्रों ने भाग लिया था। इसमें रेगुलर स्टूडेंट्स 9 लाख 31 हजार 860 रहे। रेगुलर स्टूडेंट्स का रिजल्ट 59.54 फीसदी रहा। इसमें 56.84 फीसदी लड़के और 62.47 फीसदी लड़कियां हैं। राज्य मेरिट में 95 छात्र आए हैं। इसमें 55 छात्राएं और 40 लड़के हैं। 10वीं की टॉपर दो लड़कियों ने संयुक्त रूप से की थी। सरकारी स्कूलों का रिजल्ट निजी स्कूलों के मुकाबले 14.08 फीसदी कम रहा।

रिजल्ट को लेकर अगर बच्चों के मन में कोई सवाल या शंका है तो डरने की जरूरत नहीं है. बोर्ड परीक्षा के छात्र बोर्ड द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 18002330175 पर आसानी से अपने सवालों के जवाब पूछ सकते हैं। इसमें काउंसलर कम नंबर से सभी तरह के सवालों का जवाब देगा। इस साल अब तक 1 जनवरी से 28 अप्रैल तक करीब 51,000 छात्रों ने टोल फ्री नंबर पर कॉल की है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के हेल्पलाइन नंबरों पर पिछले साल तक प्रदेश भर से करीब 200 कॉलें आई थीं। अब इनकी संख्या काफी बढ़ गई है। बोर्ड ने 2019 में पूरे साल काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की थी। तब से हेल्पलाइन नंबरों पर 5 लाख से अधिक कॉल आ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र सबसे ज्यादा कॉल करते हैं।

मंडल ने तीन पालियों में 6-6 काउंसलर रखे हैं।

छात्रों की काउंसलिंग के लिए 18 काउंसलर, मनोवैज्ञानिक हैं। साथ ही 120 से अधिक विषय विशेषज्ञ भी शामिल हैं। छात्र शैक्षणिक समस्या, मानसिक तनाव से संबंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न हेल्पलाइन नंबर पर पूछ सकते हैं। यह पूरे दिन काम करता है। एमपी बोर्ड द्वारा बच्चों को रीटोटलिंग और कॉपी देखने का अवसर दिया जाता है। इसके लिए परिणाम घोषित होने के 15 दिनों के भीतर आवेदन करना होगा। परिणाम के संबंध में छात्रों के मन में किसी भी संदेह या संदेह के मामले में, वह रीटोटलिंग या कॉपी की जांच भी कर सकता है। अगर कोई गलती हुई है तो उसे सुधार कर नया रिजल्ट तैयार किया जाएगा।

एमपीबीएसई मोबाइल ऐप या एमपी मोबाइल ऐप पर ‘नो योर रिजल्ट’ का चयन करने के बाद सभी छात्र अपना रोल नंबर और आवेदन संख्या दर्ज करके परिणाम जान सकेंगे।