नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण की तीनों लहरों में केंद्र और राज्य सरकारों ने मुफ्त गेहूं और चावल देकर गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों की मदद करने का बेहतरीन काम किया है. सरकार ने पूरी दुनिया में मुफ्त राशन देने की मिसाल पेश की, ताकि लोगों को खाना खिलाया जा सके.
इस बीच अगर आपका राशन कार्ड बन गया है तो इस खबर को ध्यान से पढ़ लें, क्योंकि सरकार ने अब एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार अब जल्द ही मुफ्त गेहूं के वितरण पर रोक लगाने जा रही है, जो करोड़ों लोगों के लिए बड़ा झटका साबित होगा। सरकार के मुताबिक इस साल गेहूं के उत्पादन में कमी आई है, जिससे गेहूं की जगह चावल बांटा जाएगा।
इतने किलो दिए जाएंगे चावल
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार अब राशन कार्ड धारकों को गेहूं की जगह 5 किलो चावल दिया जाएगा. खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त ने भी इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। सरकार की ओर से एक अपडेट आया है कि इस योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों के राशन से गेहूं हटा दिया जाएगा.
साथ ही अब सरकार राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी योजना शुरू करने जा रही है। जिसके माध्यम से आप देश में कहीं भी किसी भी सरकारी दुकान से राशन ले सकते हैं। उसके लिए आपको क्षेत्रवार राशन कार्ड बनाने की आवश्यकता नहीं होगी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 19 से 30 जून तक मुफ्त राशन वितरण का कार्य पूरा किया जाएगा. नए आदेश के मुताबिक इस बार राशन कार्ड धारकों को गेहूं नहीं बांटा जाएगा. लाभार्थी को नि:शुल्क राशन योजना के तहत 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल दिया गया, लेकिन खाद्य एवं रसद विभाग के नए आदेश के अनुसार इस बार लाभार्थी को गेहूं के बदले केवल 5 किलो चावल देने का निर्णय लिया गया.
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार गेहूं की जगह 55 लाख मीट्रिक टन चावल का अतिरिक्त वितरण किया गया है.