केंद्र सरकार द्वारा “वन नेशन, वन राशन” योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत आप देश में कहीं से भी राशन ले सकते हैं। कोरोना काल में इस योजना की एक बड़ी कमी महसूस की गई। लेकिन अब सरकार इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहेगी. कोरोना काल में लाखों लोग अपने-अपने राज्यों की ओर पलायन करने लगे थे। इसका कुल कारण यह था कि आपको अपने ही राज्य में ही मुफ्त राशन की सुविधा मिल सकती थी। इस दौरान केंद्र ने राज्य सरकार से मिले राशन के बराबर राशन देने का भी ऐलान किया था.
लाखों कार्ड रद्द हो जाएंगे
आपको बता दें कि देश के 35 राज्यों में डिजिटल कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने के बाद राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। कई लोग ऐसे भी होते हैं। जिनके राशन कार्ड एक से ज्यादा जगह बनते हैं। ऐसे लोगों के कार्ड भी रद्द कर दिए जाएंगे। अब से एक व्यक्ति के केवल एक राशन कार्ड का डाटा सॉफ्टवेयर में सुरक्षित रहेगा।
मुफ्त राशन के लिए आवश्यक नियम
बता दें कि गेहूं की खरीद कम हो गई है। जिससे अब कई राज्यों में आपको सिर्फ चावल ही दिए जाएंगे। गेहूं की आवक कम होने से आजकल गेहूं के भाव आसमान छू रहे हैं। दूसरे यदि आप अपात्र परिवार में आते हैं तो आपको अपना राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए एक निश्चित समय दिया गया है। उस समय में आप अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें ताकि आपके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो। अपात्र परिवार जिन्हें अभी भी मुफ्त राशन मिल रहा है। उन पर 27 रुपये प्रति किलो का जुर्माना लगाया जाएगा।