केंद्र सरकार गरीबों के माध्यम से श्री योजना चला रही है और सभी को राशन सामग्री उपलब्ध करा रही है। सरकारी योजना का लाभ गरीब लोगों के लिए बड़ी राहत बना रहता है, साथ ही सरकार उन्हें अधिक लाभ के लिए समय-समय पर अपडेट करने का विशेष ध्यान रखती है। वह भी चलता रहता है और बहुत से लोग नहीं बिगड़ते।
तब आसान योजना कुछ दिनों पहले समाप्त होने वाली थी लेकिन सरकार ने अभिषेक को दिसंबर महीने तक बढ़ा दिया है, अब इस योजना के तहत दिसंबर महीने तक सभी लोगों को मुफ्त राशन वितरित किया जाएगा, हम आपको और महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। राशन कार्डधारियों ने अभी नया आदेश जारी किया है, यह जानना अति आवश्यक है कि बच्चे चमगादड़ बन गए हैं, राशन कार्ड के लिए शासनादेश जारी कर दिया गया है।
सभी राशन कार्ड धारकों को बड़ी राहत
सरकार के इस बयान के बाद लाखों लाभार्थियों को बड़ी राहत मिली है. सरकार के इस फूड कमिश्नर ने बताया कि सरकार ने यह आदेश जारी किया है, ऐसा आदेश किसने दिया है, इसका पता लगाया जाए और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. इस ताजा आदेश के बाद सरकार ने उन सभी राशन कार्ड के लाभार्थियों के लिए राहत की सांस ली है.
अफवाहें नियंत्रण में हैं
राज्य के खाद्य आयुक्त ने तमाम अनुभवों पर नए सिरे से विचार करते हुए कहा है कि राशन कार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है और इसमें समय-समय पर सरकार द्वारा बदलाव किए जाते रहे हैं. राशन कार्ड सरेंडर और पात्रता की नई भर्ती शर्तों के बारे में ब्रह्मा की रिपोर्ट भारत में प्रसारित की जा रही है और ऐसे लोगों को इन खबरों से दूर रहना चाहिए
यहां जानिए नियम
राशन कार्ड की पात्रता मानदंड 2024 में तय किया गया था और उसके बाद ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है और राशन कार्ड को केवल 2011 की जनगणना के आधार पर अपडेट किया गया है, राशन कार्ड धारकों के पास पक्का घर, बिजली कनेक्शन या घोषित नहीं किया जा सकता है एकमात्र हथियार लाइसेंस धारक या मोटरसाइकिल मालिक होने और मुर्गी पालन, गाय पालन में लगे होने के आधार पर अपात्र सरकार ने आपका स्टैंड साफ कर दिया है
सरकार नहीं सुधरेगी
वसूली को लेकर लोगों में भय भी उत्पन्न हो गया है, जिस पर सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय अक्ष अध्ययन अधिनियम 2013 के अनुसार पात्र व्यक्ति के राशन कार्ड धारक से वसूली का प्रावधान नहीं है. ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है और ऐसे में अगर आपने राशन कार्ड अकेला छोड़ दिया है तो घबराने की जरूरत नहीं है.